Swarojgar
स्वरोजगार:
युवाओं को स्वयं का उद्योग स्थापित कर रोजगार प्रदाता बनाने के प्रयास किये जा रहे है इस हेतु उद्यमिता प्रशिक्षण कार्यक्रम, मशीन, वित्त सहयोग, विभिन्न कार्यशालाओ के माध्यम से उद्योग क्षेत्र मे उत्पादन, विपणन, गुणवत्ता, उत्पादन लागत घटाने की जानकारी दी जाती है।
- राजस्थान के पाली शहर मे पिछले जून 2020 से अब तक 700 से अधिक महिलाओं को प्रशिक्षित कर 402 महिलाओं को सिलाई मशीने 155 महिलाओं को कशीदाकारी की मशीनें (3000 अग्रिम राशि व 700 रुपये / 1100 रुपये को मासिक किश्त पर) उपलब्ध करवायी गयी है। स्थानीय उद्यमियो द्वारा इनकों घर पर वस्त्र सिलाई हेतु जॉब पर कपड़ा दिया जा रहा है। ये महिला परिवार 10 से 20 हजार प्रतिमाह कमा रहे है।
- डूंगरपुर मे समर्सिबल पम्प मैकेनिक निशुल्क प्रशिक्षण, निशुल्क टूल किट उपलब्ध करवाये जा रहे है अब तक क्षेत्र मे 55 ऑपरेटर को स्वरोजगार से जोड़ दिया गया है।
- भोपाल मे 2 ग्राम पंचायत (सरवर एवं मुगलिया छाप) मे रवरोजगार को लेकर प्रशिक्षण शुरू हुए हैं।
- कोरोना काल मे प्रवासी मजदूरों को स्थानीय स्तर पर रोजगार उपलब्ध कराने तथा यूवा को स्वरोजगार हेतु प्रेरित करने हेतु राजस्थान उत्तरप्रदेश मे बेवसाईट के माध्यम से डाटा इकट्ठा करके उद्योग क्षेत्र मे उद्यमियों को उपलब्ध करवाया गया | इस तरह लघु उद्योग भारती के माध्यम से मजदूरों तथा उद्यमियों के बीच एक सेतु का कार्य किया गया तथा रवरोजगार के लिये बैकों तथा राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओ का लाभ दिलाया गया ।
- जैविक खेती के उत्पादों को उचित संरक्षण तथा मूल्य सवंर्धन विषयक सेमीनार व ट्रेनिग कराना तथा लघु उद्यमियों को इस विषय पर आ रही विभिन्न समस्याओं का निराकरण करना ।
- उत्तर-पूर्व क्षेत्र में कार्यरत उद्योगो के सामने आ रही कठिनाईयों को दूर करने, नये उद्योग स्थापित करने स्थानीय श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध करवाने हेतु लघु उद्योग भारती निरन्तर प्रयासरत है। उतर पूर्व के कई क्षेत्रो मे लघु उद्योग भारती की इकाईयो का गठन किया गया है तथा स्थानीय उद्योगों को इससे जोडा जा रहा है। पूर्वोतर के सभी राज्यो गे सदस्यता अभियान जारी है। अखिल भारतीय पदाधिकारी इन क्षेत्रो मे योजनाबद्ध नियमित प्रवास कर रहे है | लघु उद्योग भारती का मानना है कि उद्योग मजबूत होने से स्थानीय स्तर पर रोजगार उपलब्ध होगा, पलायन रुकेगा व धर्मान्तर रुकंगा तथा पूर्वोत्तर के स्थानीय लोग मुख्य धारा मे आ सकेंगे।

स्वरोजगार कोलेकरभावीयोजनाएं:
स्वावलम्बी भारत अभियान की तीन दिवसीय कार्यशाला दिल्ली में दिनांक 23 से 25 फरवरी 2022 को सम्पन्न हुई . संगठनमंत्री श्री प्रकाशचन्द जी ने अब तक किये जा रहे कार्यों व प्रयासों की जानकारी दी माननीय सहसरकार्यवाह डॉ. कृष्णगोपाल जी के आह्वान पर प्रकाशन्दजी ने आश्वस्त किया कि अगले छ माह में 10 से 15 प्रान्तों में पाली की तर्ज पर नये कार्य खड़े कर अनेक युवको को जोड़ा जायेगा।
पालीशहर मे ही लाख रो निर्मित वूड़ियों का अधिक उत्पादन करने के लिये लघु उद्योगभारती के सदस्यों द्वारा मशीनें उपलब्ध करवाकर हजार से अधिक महिलाओं को रोजगार प्रदान करने हेतु सक्रिय प्रयास किये जा रहे है।